-->
logo
मूंगा (3 कैरेट)

₹1750₹2250

-
+
Specifications

मूंगा (3 कैरेट) [लैब द्वारा प्रमाणित]

Description

मूंगा :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मूंगा रत्न को मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल ग्रह से जोड़ा गया है। यदि कुंडली में मंगल की स्थिति कमजोर हो तो उन जातकों को मूंगा पहनने की सलाह दी जाती है। इसका रंग लाल, सिंदूरी, गेरुआ, सफेद और काला होता है। इस रत्न को पहनने से मंगल की दशा मजबूत होती है। जिससे इस ग्रह के शुभ प्रभावों में वृद्धि होने लगती है। मूंगा को सुंदर और आकर्षित होने के कारण ही नवरत्नों में एक माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में ग्रहों की स्थिति सामान्य नहीं होती है। वे लोग ग्रहों से जुड़े दान, मंत्र जाप, यंत्र पूजा, रत्न धारण करने जैसे उपाय करते हैं। कुंडली के मुताबिक व्यक्ति अपनी राशि के अनुसार नग धारण कर सकता है।

मंगल का रत्न मूंगा बना सकता है धनवान :

मंगलवार के कारक देव हनुमान जी माने गए हैं, मूंगा रत्न जो अत्यंत प्रभावी रत्न है, यदि मंगल संबंधी कोई परेशानी है तो इस रत्न को किसी जानकार की सलाह पर धारण किया जाता है। मूंगे के संबंध में ये मान्यता है कि ये व्यक्ति को कई चीजों में सफलता दिलाने में खास सहायक होता है। यहां तक माना जाता है कि यदि कोई जातक सही समय पर, सही विधि से, सहीं भार का मूंगा कुंडली में मंगल के अनुरुप धारण करता है, तो ये रत्न उसे धनवान तक बना देता है। कुल मिलाकर मूंगा एक ऐसा भाग्यशाली रत्न है जो लोगों की किस्मत भी बदल देता है।

जानिए मूंगा से जुड़ी ये खास बातें जिनका आपको रखना ध्यान है:

  1. मूंगा पहनने से पहले कुंडली जरूर दिखाएं क्योंकि मंगल की दो राशि मेष और वृश्चिक होती है।
  2. यदि किसी की कुंडली में मांगलिक दोष हो तो उसे मूंगा धारण करने से फायदा होता है। मूंगा मांगलिक दोष के प्रभाव को कम करता है।
  3. जिसकी मेष, वृश्चिक राशि हो या लग्न हो एवं सिंह, धनु, मीन, राशि हो वे लोग भी मूंगा पहन सकते हैं।
  4. माणिक, पुखराज, मोती के साथ भी मूंगा पहना जा सकता है।
  5. मूंगा माणिक, पुखराज व मोती का संयुक्त लॉकेट भी पहन सकते हैं।
  6. जिनमें साहस, आत्मविश्वास की कमी हो, खून से संबंधित विकार हो, जो स्वप्न आने से डरते हो वह कुंडली दिखा कर मूंगा पहन सकते हैं।
  7. मूंगा चांदी, तांबा, सोना धातु में पहना जाता है। इसे तर्जनी, मध्यमा, अनामिका अंगुली में धारण किया जाता है।
  8. मंगल ग्रह आपकी कुंडली में एक राशि व्यय या छठे आठवे भाव में हो तब सोच-समझ कर ही मूंगा पहनें। नहीं तो लाभ की जगह हानि हो सकती है।

मूंगा रत्न पहनने से मिलेंगे ये फायदे :

इस रत्न को सोने,चांदी या तांबे में पहनने से बच्चों को नजर नहीं लगती एंव भूत-प्रेत व बाहरी हवा का भय खत्म हो जाता है। मूंगा धारण करने से साहस व आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है। मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों को मूंगा पहनने से अत्यन्त लाभ होता है। उदासी व मानसिक अवसाद पर काबू पाने के लिए मूंगा रत्न अवश्य धारण करना चाहिए। पुलिस, आर्मी, डाक्टर, प्रापर्टी का काम करने वाले, हथियार निर्माण करने वाले, सर्जन, कम्प्यूटर साप्टवेयर व हार्डवेयर इन्जीनियर आदि लोगों को मूंगा पहनने से विशेष लाभ होता है। किसी व्यक्ति को रक्त से सम्बन्धित कोई परेशानी है तो वह मूंगा पहन सकता है। मिर्गी तथा पीलिया रोगियों के लिए मूंगा पहनना लाभकारी होता है। शुगर रोगी अगर मूंगा धारण करेंगे तो उनका शुगर कंट्रोल में बना रहेगा। जिनके मासपशियों में दिक्कत रहती है, उन्हें मूंगा पहनने से फायदा मिलता है। मेष, वृश्चिक, सिंह, धनु व मीन राशि वाले लोग मूंगा धारण कर सकते है।

धारण विधि :
शुक्ल पक्ष के मंगलवार को प्रातः मंगल के होरा में मृगशिरा, चित्रा या घनिष्ठा नक्षत्र में सोने या ताम्बे की अंगूठी में जड़वाकर, बीज मंत्र द्वारा अभिमंत्रित करके अनामिका अंगुली में धारण करना कल्याणकारी होता है.

भौम का बीज मंत्र –
ॐ क्रां क्रीं, क्रौं, सः भौमाय नमः

Notes

नियम एवं शर्तें -
1- मूंगा लैब द्वारा प्रमाणित रहेगा.
2- सम्पूर्ण भारत में डिलीवरी फ्री रहेगी.
3- डिलीवरी 5-7 कार्य दिवसों में होगी.
4- किसी भी प्रकार के संपर्क के लिए
WhatsApp करें

-
+